Ajeeb Dastaan - 1 in Hindi Love Stories by Anki books and stories PDF | अजीब दास्तां - 1

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अजीब दास्तां - 1

कहते है जोड़ियां ऊपर वाला बनाता है जिसकी किस्मत में जो लिखा होता है उसे वही मिलता है , लेकिन इस दिल का क्या जो किसी को चाहता है और उसके लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हो जाता है । ये जानते हुए भी वो हमारा कभी नहीं हो सकता कभी भी नहीं फिर भी कोई अदृश्य शक्ति होती है जो उस इंसान के लिए वो सब करवाती है जो शायद हम करना नहीं चाहते । ये कहानी भी कुछ ऐसी ही है तो चलिए शुरू करते है ........ 

सुबह के 4 बज रहे है बाहर पंछी चहचहा रहे है, चारों और शांति है । 

कानों में हेडफोन लगाए हाथों में पानी की बोतल पकड़े कोई सुनसान सड़कों में भाग रहा है ये कोई और नहीं मेघा है पसीने से तर उसका चेहरा अलग ही सुंदर लग रहा है । 

मेघा मेघा रुक भी जा मेरे लिए थक गई हूं मैं रुक यार । नैना भी उसके पीछे भाग रही है ये नैना और कोई नहीं मेघा की बेस्ट फ्रेंड है । 

मेघा रुक कर ज़ोर से हंसती है और कहती है यार नैना बूढ़ी हो गई है क्या भागा नहीं जा रहा तुझसे । और हंसने लगती है ।

रुक मेघा की बच्ची अभी तेरे को बताती हूं नैना मेघा को पकड़ने  के लिए उसके पीछे भागती है।

मेघा जैसे ही नैना को देख कर भागने लगती है और नैना को ही देख रही होती है और अचानक से किसी से टकरा जाती है और गिर जाती है। वे सामने देखती है तो एक लंबा सा लड़का खड़ा होता है जिसने मास्क पहना हुआ है। 

वो मेघा को गुस्से में देख रहा होता है । तभी नैना वहां आ जाती है और मेघा को उठाने लगती है ।

नैना उस लड़के को डांटते हुए कहती है तुम अंधे हो क्या ? मेघा को लग जाती तो ? लेकिन वो कुछ नहीं बोलता और जाने लगता है । 

नैना चुप कर कुछ भी बोल रही है गलती मेरी है । Excuse me mr. सुनिए sorry मेघा उसके पीछे जाते हुए बोल रही होती है । पर वो जवाब नहीं देता और वहां से चला जाता है । 

तभी नैना मेघा का हाथ पकड़ कर कहती है जाने दे यार । बड़ा अजीब आदमी है हम अपनी वॉक पूरी करते है । 

यार नैना अजीब तो है न मुझे डांटा न ही गुस्सा किया न कुछ बोला । 

तभी नैना कहती है चले अब या उसके बारे में novel लिखेगी फिर चलेगी । 

दोनों हंसते है और वहां से चल देते है।

मेघा जैसे ही घर पहुंचती है तभी उसके पापा उसके पास आकर कहते है बेटा । मैं घर वापिस जा रहा हूं आज । तुम्हारी मां की तबियत सही नहीं है ।

मेघा उनकी बातें सुन तो रही होती है पर जवाब नहीं दे रही होती तभी उसके पापा उसके हेडफोन उतार कर फैंक देते है ।

मेघा गुस्से में कहती है सुन रही थी मैं हेडफोन क्यों फेंके ?

मेघा चेंज योर एटिट्यूड . तुम्हारी मां बीमार है तुम सुन भी रही हो कि मैं  जा रहा हूं।

पहली बात वो मेरी मां नहीं है और दूसरी बात मैने आपको बांध कर नहीं रखा है जहां जाना है जाइए ।